सोरायसिस क्या है :कारण,प्रकार,लक्षण,और उपचार

 

सोरायसिस एक त्वचा की बीमारी है,जिससे त्वचा पर सूजन, और लाल चकत्ते बनने लगते हैं। यह एक ऑटोइम्यून बीमारी है, जो अपने ही स्वस्थ त्वचा कोशिकाओं को अपना दुशमन मानकर खुद ही उन्हें नस्ट करने लगती है। जिससे त्वचा की कोशिकाएं बहुत तेज़ी से बनने लगती हैं और त्वचा की ऊपरी सतह पर सफ़ेद पपड़ीदार परत बनने लगती हैं |

सोरायसिस

 

यह रोग ज़्यादातर 16-वर्ष से 40-वर्ष उम्र के लोगों में पाया जाता है। यह पुरुष और महिलाओ दोनों को समान रूप से प्रभावित करता हैं। सोरायसिस किसी तरह का संक्रमण नहीं है। यानी यह छूने,गले मिलने,हाथ मिलाने,साथ खाना खाने से नहीं फैलता हैं।भारत में करीब 2 से 4 % लोग सोरायसिस से पीड़ित हैं,जबकि विदेशो में यह आंकड़ा `12 से 19% हैं। यह व्यक्ति के भावनात्मक, मानसिक स्वास्थ्य और रिश्तों को भी प्रभावित सकता है।

हालाँकि इस रोग को ठीक करने का कोई स्थाई इलाज अभी तक खोजा नहीं हैं किन्तु आप अपनी जीवन शैली में बदलाव करके इस बीमारी को रोक या ठीक कर सकते हैं

सोरायसिस(Psoriasis) के प्रकार :-

1. प्लाक सोरेसिस (Plaque Psoriasis):

यह सोरायसिस का सबसे सामान्य प्रकार है।अधिकतर लोगो को प्लाक सोरायसिस ही होता हैं इसमें त्वचा पर लाल चकते , मोटे और सिल्वर रंग की परत बन जाती है,जिससे आपकी स्किन फट सकती है और आपको थोड़ा बहुत दर्द,खुन निकल सकता हैं | यह शरीर के किसी भी हिस्से(कोहनी, घुटनों,झांग ,कमर और सिर)में हो सकता है

2. गटेट सोरेसिस (Guttate Psoriasis):

गटेट सोरेसिस में शरीर पर हल्के छोटे छोटे लाल रंग के दाने हो जाते हैं।यह आमतौर पर बैक्टीरियल संक्रमण (गले में खराश, कान में इन्फेक्शन) के बाद होता है और यह आमतौर पर छोटे बच्चो में होता है

3. इनवर्स सोरायसिस (Inverse Psoriasis):

यह हमारे आंतरिक हिस्सों, जैसे कि अंडरआर्म्स, जांघों, और कमर के निचे, ज्यादा पसीने वाली जगह पर चमकदार चकत्तों के रूप में दिखाई देते है। यह अदिकतर पशीने के कारड़ होते हैं।

4. पुस्चुलर सोरेसिस (Pustular Psoriasis):

यह बहुत काम लोगो को होता हैं ,इसमें त्वचा पर छोटी फुंसिया हो जाती हैं जिनमे (पश या मवाद) भरी होती हैं।

 5. नाखून सोरेसिस (Nail Psoriasis):

यह हाथ, पैर के नाखूनों में होता है इसमें नाखूनों में धब्बे, दरारें, और नाखून टूटने लगते हैं,रोग ज्यादा बढ़ाने पर नाखुनो में घाव भी हो जाते हैं।

6. एरिथ्रोडर्मिक सोरेसिस (Erythrodermic Psoriasis):

यह सोरायसिस का सबसे गंभीर प्रकार हैं इसमे हाथो,पेरो ,की त्वचा गिरने लगती ,जिससे ख़तरनाक दर्द,जलन,होती हैं।इसमें दिल की धड़कन बहुत बढ़ जाती हैं गर्मी और शर्दी त्वचा सहन नहीं कर पाती।

7. सोरियाटिक गठिया(psoriasis arthritis) :

इसमें जोड़ो में दर्द,सूजन,चलने में दिक्कत होने लगती हैं ,यह एक गठिया की बीमारी होती हैं।

Psoriasis के कारण (कारण):

1. जीन:-

यदि परिवार में (दादा,दादी,पिता,माता ) किसी को सोरायसिस है तो आपको भी सोरायसिस की संभावना बढ़ जाती है।

2. इम्यून प्रणाली:-

यह ऑटोइम्यून बीमारी है, जिसमें शरीर की इम्यून प्रणाली अपनी ही स्वस्थ त्वचा कोशिकाओं पर हमला करती है।

3. पर्यावरण :-

तनाव, जलवायु परिवर्तन, धूल,मिटटी,धुआँ ,संक्रमण, दवाइयों के सेवन से इस बीमारी की शुरुआत हो सकती है।

4. सिगरेट और शराब:-

अगर आप किसी भी तरह का नशा(सिगरेट और शराब) करते हैं और नॉन वेग खाना खाते हैं तो ये आपकी सोरायसिस को बड़ा          सकते हैं इसलिए इन्हे खाना बंद करे।

5. इन्फेक्शन:-

कोई भी इन्फेक्शन सोरायसिस बढ़ा सकता है। आप कान के इन्फेक्शन, टॉन्सिलिटिस के बाद  सोरायसिस बढ़ने का अनुभव कर सकते हैं।

Psoriasis के लक्षण :-

  • जोड़ों में सूजन और दर्द हो सकता है, जिसे सोरेसिस आर्थराइटिस कहा जाता है।
  • शरीर के अलग हिस्सों पर खुजली, जलन, और दर्द हो सकता है।
  • ऊपरी त्वचा पर सफेद चकत्तों, सिल्वर रंग की पपड़ी बनती है, जिसे स्केलिंग कहा जाता है।
  • शरीर पर लाल चकत्ते( घुटने, और सिर पर )।
  • नाखुनो में गड्ढे पद जाना या नाख़ून टूट कर गिरना।
  • सिर और चेहरे पर सफ़ेद दाद होन।

 

उपचार:

जो लोग सोरायसिस से पीड़ित हैं वो ठीक हो सकते हैं अगर वो कुछ बातों का ध्यान दें तो सोरायसिस दोबारा होने की संभावना बहुत कम हो जाती है। सोरायसिस को कभी जड़ से ठीक नहीं कर सकते,किन्तु इसे कंट्रोल मैं जरूर रख सकते हैं

  • केमिकल क्रीम:-

शरीर पर केमिकल फ्री क्रीम उपयोद करे ,व्यायाम करे,रात को हल्का भोजन करे |

  • फोटोथेरेपी:-

अगर शरीर पर सुजन हैं तो आप अल्ट्रा-लाइट का इस्तेमाल डॉक्टर से पूछ कर कर सकते हैं

  • सिस्टमेटिक दवाइयाँ:-

गंभीर सोरेसिस में ओरल दवाइयाँ या इन्जेक्शन्स का इतेमाल किया जाता है।

  • जीवनशैली :

पोस्टिक आहार ले , तनाव से बचे, और शराब से दूरी बना कर रखे,धूल,मिटटी में कम से कम जाये |     

  • नहाते समय:-

ज्यादा गर्म पानी का इस्तेमाल न करे,(warm water) का इस्तेमाल करे |

  • खानपान में बदलाव :-

सोराइसिस में 60% किरदार खानपान का ही हैं ,अगर आप खाने में अच्छी मात्रा में फाइवर ,विटामिन ,विटामिन-डी ,ओमेगा-3(पत्तेदार हरी सब्जिया,कम तेल- मसाले इस्तेमाल करे और अपने खाने में जोड़े (Add Anti Inflammatory Foods) .

इन्हे भी देखें :- ठंड में सोरायसिस को बढ़ने से कैसे रोकें: 8 प्रभावी उपाय

निष्कर्ष :-

Psoriasis एक गंभीर त्वचा रोग है, जिसका अभी तक कोई स्थायी इलाज नहीं खोजा गया है, लेकिन अच्छे उपचार ,लाइफस्टाइल बदल कर इसे ठीक किया जा सकता हैं। हमेशा डॉक्टर से परामर्श करके ही सही उपचार चुनना चाइये

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